स्वास्थ्य: सितंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से उतार-चढ़ाव से भरा रह सकता है। महीने की शुरुआत में सूर्य, बुध और केतु एक साथ सप्तम भाव में विराजमान होंगे। राहु आपकी राशि में रहेंगे। शुक्र छठे भाव में होंगे और मंगल अष्टम भाव में होंगे। यह समय स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाने वाला होगा। मंगल की स्थिति के कारण किसी प्रकार की दुर्घटना होने या शारीरिक चोट पहुंचाने की संभावना बन सकती है, इसलिए आपको अपने स्वास्थ्य की तरफ बहुत ध्यान देना होगा। किसी से वाहन मांग कर न चलाएं और कोशिश करें कि इस दौरान वाहन बहुत सावधानी से चलाएं, नहीं तो समस्या हो सकती है।
शुक्र के छठे भाव में रहने से आपको मूत्र और जनन तंत्र से संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं, इसलिए इन समस्याओं पर ध्यान दें और छोटी-छोटी समस्याओं को नजरअंदाज न करें। महीने के उत्तरार्ध में मंगल तो नवम भाव में चले जाएंगे, लेकिन सूर्य और बुध अष्टम भाव में तथा शुक्र सप्तम भाव में होंगे, जिससे महिलाओं को समस्याएं परेशान कर सकती हैं। वहीं, पेट से जुड़ी समस्याएं अपच, एसिडिटी आदि आपको स्वास्थ्य समस्याओं के रूप में पीड़ित कर सकती हैं, इसलिए आपको अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हल्का और सुपाच्चय भोजन करना चाहिए और अपने स्वास्थ्य पर बराबर नजर बनाए रखना आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
कैरियर: करियर के दृष्टिकोण से, यह महीना औसत रहने वाला है। दशम भाव के स्वामी महीने की शुरुआत में अष्टम भाव में विराजमान रहेंगे, जो आपको कार्यक्षेत्र में समस्याएं दे सकते हैं। किसी से कहासुनी, लड़ाई-झगड़ा होने या आपके विरुद्ध कोई षड्यंत्र रचने की संभावना बन सकती है, इसलिए आपको महीने की शुरुआत में सावधानी बरतनी होगी। महीने की शुरुआत में छठे भाव में शुक्र महाराज के विराजमान रहने से विपरीत लिंगी जातकों से कार्यक्षेत्र में अच्छा व्यवहार करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा, नहीं तो वह आपकी समस्या का कारण बन सकते हैं। महीने की शुरुआत में ही वह आपको समस्या दे सकते हैं।
लेकिन, 13 तारीख से मंगल महाराज जो आपके दशम भाव के स्वामी हैं, वह नवम भाव में जाएंगे, जिससे कार्यक्षेत्र में चल रही समस्याओं में कमी आएगी। आपको मनचाहा स्थानांतरण भी मिल सकता है और पदोन्नति होने के योग भी बन सकते हैं। आपके सहकर्मी आपको सहयोग देंगे। व्यापार कर रहे जातकों के लिए महीने की शुरुआत अनुकूल रहेगी। सरकारी क्षेत्रो से संभावनाएं बढ़ेंगी। सूर्य, बुध और केतु एक साथ सप्तम भाव में महीने की शुरुआत में विराजमान रहेंगे, जिससे आपको सरकारी क्षेत्रों के रसूखदार लोगों का सहयोग और समर्थन मिलेगा, जिससे व्यापार में उन्नति होगी। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य और बुध अष्टम में चले जाएंगे और शुक्र सप्तम भाव में आ जाएंगे। यह समय भी व्यापार में उन्नति लेकर आ सकता है।
प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: सितंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, प्रेम संबंधों के लिए यह महीना अच्छा रहने की संभावना है। पूरे महीने पंचम भाव में देवगुरु बृहस्पति का विराजमान होना आपको प्रेम संबंधों में ईश्वर की कृपा प्रदान करेगा। आपका प्यार सफल होगा और आप अपने प्रियतम के प्रेम में जकड़े हुए नजर आएंगे। पंचम भाव के स्वामी बुध महाराज, सूर्य देव और केतु के साथ महीने की शुरुआत में सप्तम भाव में होंगे, जो आपके प्रेम विवाह के योग मजबूत करेंगे। इस दौरान प्रेमी/प्रेमिका को लेकर आपका आत्मविश्वास बहुत ज्यादा रहेगा। यदि आप अपने प्रियतम से अभी शादी करना चाहते हैं, तो उसके लिए भी बातचीत आगे बढ़ सकती है और आपके प्रेम विवाह की बात पक्की हो सकती है, जिससे आपको संतुष्टि और खुशी दोनों प्राप्त होगी।
15 तारीख से बुध महाराज के अष्टम भाव में जाने से और 17 तारीख से सूर्य देव के भी अष्टम भाव में आ जाने से कुछ समय के लिए आपको समस्या होगी, क्योंकि आपके प्रियतम को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इस दौरान उनके साथ अच्छा व्यवहार करें और अच्छी बातचीत करें, जिससे आपका रिश्ता आगे बढ़ेगा। विवाहित जातकों के लिए महीने की शुरुआत औसत रहेगी। सप्तम भाव में सूर्य, बुध और केतु का प्रभाव छोटी-मोटी समस्याओं के बावजूद रिश्ते को संभालेगा। वहीं, 15 तारीख से बुध और 17 तारीख से सूर्य दोनों ही अष्टम भाव में चले जाएंगे। लेकिन, इस समय 15 तारीख को शुक्र सप्तम भाव में आकर रिश्तों में प्रेम बढ़ाएंगे और आपसी मान-सम्मान को बेहतर करने की कोशिश करेंगे। आपको अपने ससुराल पक्ष के लोगों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए और यदि इसमें वह कोई समस्या उत्पन्न करें, तो उनसे खुलकर बातचीत करने से समस्या हल हो सकती है।
सलाह:
आपको शनिवार के दिन श्री शनि चालीसा का पाठ करना चाहिए।
बुधवार के दिन गौ माता की सेवा अवश्य करें।
शुक्रवार के दिन माता महालक्ष्मी के मंत्र का जाप करना आपके लिए लाभदायक रहेगा।
छोटी कन्याओं का पूजन करें और उनके चरण छूकर आशीर्वाद लें।
सामान्य: कुंभ राशि में जन्मे जातकों के लिए यह महीना औसत रूप से फलदायी रह सकता है। आपकी राशि में पूरे महीने राहु महाराज विराजमान रहेंगे। महीने की शुरुआत में सूर्य, बुध और केतु सप्तम भाव में विराजमान होंगे जो आपके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव ला सकते हैं। मंगल भी अष्टम भाव में रहेंगे, जो किसी प्रकार की शारीरिक समस्या या चोट अथवा दुर्घटना दे सकते हैं, इसलिए आपको वाहन सावधानी से चलाना होगा। महीने की शुरुआत में शुक्र का भी छठे भाव में होना स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकता है। वैवाहिक संबंधों में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी।
महीने का उत्तरार्ध अपेक्षाकृत अनुकूल रहेगा। प्रेम संबंधों के लिए अच्छा महीना साबित हो सकता है। नौकरी करने वाले जातकों के लिए महीने की शुरुआत कमजोर रहेगी। कार्यक्षेत्र में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन महीने के उत्तरार्ध में अच्छी स्थितियां जन्म ले सकती हैं। व्यापार में अच्छी सफलता मिलेगी, फिर भी थोड़ी सावधानी रखना अपेक्षित होगा। आर्थिक तौर पर यह महीना औसत रहेगा। अधिक लाभ की उम्मीद न करते हुए अपने खर्चों को नियंत्रण में रखने की कोशिश करेंगे, तो आपको ज्यादा लाभ मिल सकता है। विद्यार्थी वर्ग के लिए यह महीना अनुकूल रहेगा। आप अपनी पढ़ाई को जारी रख पाएंगे और उसमें अच्छे परिणाम प्राप्त कर पाएंगे।
वित्त:
यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए, तो इस उद्देश्य से यह महीना ठीक-ठाक रहने की संभावना है। अष्टम भाव में बैठे मंगल महाराज महीने की शुरुआत में दूसरे और तीसरे भाव को देखेंगे, जो आपके साहस और पराक्रम को बढ़ाएंगे। अचानक से धन प्राप्ति के योग बन सकते हैं। दूसरे भाव में शनि महाराज जी विराजमान रहेंगे, जो आपकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में प्रयासरत रहेंगे और आपको रास्ता दिखाएंगे। आप अपने धन को किस तरह से बचत योजनाओं में लगा सकते हैं और उस धन को अर्जित करके अच्छा बैंक-बैलेंस स्थापित कर सकते हैं।
बृहस्पति महाराज पूरे महीने एकादश भाव को देखकर आपकी आमदनी में वृद्धि के योग बनाएंगे। बुध और सूर्य की स्थिति महीने के पूर्वार्ध में और शुक्र की स्थिति महीने के उत्तरार्ध में आर्थिक रूप से आपको सफल बनाने में मददगार साबित हो सकती है। इस महीने आप यदि शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो सरकारी क्षेत्रों में निवेश करना ज्यादा लाभदायक रहेगा। शिक्षा तथा फाइनेंशियल से जुड़े क्षेत्रों में निवेश करना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। महीने के उत्तरार्ध में लंबी यात्राएं आपको लाभ पहुंचाएंगी और उनसे आपके व्यापार को भी नई दिशा प्राप्त होगी। इन यात्राओं से धन लाभ होने के योग भी बनेंगे।
पारिवारिक: यह महीना पारिवारिक जीवन के लिए ठीक-ठाक रहने की संभावना है। दूसरे भाव में पूरे महीने शनि महाराज विराजमान रहेंगे तथा उनकी दृष्टि आपके चतुर्थ भाव पर होगी। दूसरे भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज पूरे महीने पंचम भाव में विराजमान रहेंगे, जिससे पारिवारिक संबंधों में प्रगाढ़ता बनी रहेगी। आपसी सामंजस्य बेहतर रहेगा और परिवार में समरसता का भाव रहेगा। परिवार के सदस्य मिलजुल कर रहेंगे। तीसरे भाव के स्वामी मंगल महाराज महीने की शुरुआत में अष्टम भाव में बैठकर दूसरे भाव और तीसरे भाव को देखेंगे। ऐसे में, भाई-बहनों से कुछ समस्याएं हो सकती हैं और उनसे संबंध बिगड़ सकते हैं।
लेकिन, 13 तारीख से मंगल महाराज के नवम भाव में आ जाने से और वहां से आपके द्वितीय और तृतीय भाव को देखने के कारण भाई व बहनों से संबंध फिर से मधुर बन सकते हैं और आपको पारिवारिक संपत्ति का लाभ मिल सकता है। चतुर्थ भाव के स्वामी शुक्र महाराज महीने की शुरुआत में छठे भाव में होंगे, जिससे आपकी माता जी को कुछ स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं और परिवार में उतार-चढ़ाव की स्थितियां जन्म लेंगी। लेकिन, 15 तारीख से शुक्र ग्रह सप्तम भाव में आकर पारिवारिक समस्याओं को कम करेंगे और घर के सदस्यों के मध्य आपसी प्रेम बढ़ेगा।