स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से नवंबर का महीना आपको मिले जुले या कुछ तक कमज़ोर परिणाम दे सकता है। आपके लग्न या राशि के स्वामी ग्रह मंगल इस पूरे महीने आठवें भाव में रहने वाले हैं। आठवें भाव में मंगल की गोचर को अच्छा नहीं माना जाता। हालांकि मंगल अपनी राशि में रहेंगे, ऐसे में हो सकता है कि कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या न आने दें लेकिन छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं को आने से रोकने में मंगल कुछ हद तक पीछे रह सकते हैं। यही कारण है कि इस महीने खान-पान बहुत संयमित रखना जरूरी रहेगा क्योंकि दूसरे भाव पर शनि मंगल का संयुक्त प्रभाव बहुत ज्यादा तीखा चरपरा खाने की इच्छा दे सकता है। इसका नकारात्मक प्रभाव आपके पेट पर पड़ सकता है। क्योंकि पंचम भाव में केतु का गोचर पेट आदि से संबंधित कुछ परेशानियां देने का काम कर सकता है। विशेषकर महीने के पहले हिस्से में जब पंचम भाव का स्वामी सूर्य नीच का रहेगा, उस अवधि में पेट से संबंधित कुछ परेशानियां रह सकती हैं। इसके अलावा नींद में भी कुछ व्यवधान देखने को मिल सकता है। मंगल का आठवें भाव में गोचर चोट आदि लगने का भय भी देता है। ऐसी स्थिति में इस महीने वाहन इत्यादि सावधानी पूर्वक चलाना है। साथ ही साथ ऐसा कुछ नहीं करना है जिससे चोट लगने का भय रहे। इस महीने शुक्र की स्थिति भी इस बात का संकेत कर रही है कि कमर के आसपास या जननांगों से संबंधित कुछ परेशानियां भी कभी-कभार देखने को मिल सकती हैं। आरोग्यता का कारक ग्रह सूर्य भी इस महीने आपका कोई विशेष सपोर्ट करने की स्थिति में नहीं है। अत: इस महीने अपने खान-पान को संयमित रखते हुए, मर्यादित आचरण से रहते हुए निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी, जिससे आप अपने आपको स्वस्थ बनाए रखने में कामयाब हो सकें।
कैरियर: आपके करियर स्थान का स्वामी इस महीने द्वादश भाव में रहेगा। शनि का द्वादश भाव में होना सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना जाएगा। ऊपर से शनि 28 नवंबर तक वक्री हैं। ये स्थितियां इस बात का संकेत कर रही हैं कि कार्यक्षेत्र में इस महीने भी कुछ कठिनाइयां मौजूद रह सकती हैं। सप्तम भाव के स्वामी शुक्र की स्थिति भी बहुत अनुकूल नहीं है। साथ ही साथ महीने के पहले हिस्से में सप्तम भाव में नीच के सूर्य का प्रभाव भी रहेगा। यह सभी स्थितियां इस बात का संकेत कर रही हैं कि कार्यक्षेत्र के मामले में इस महीने सावधानी पूर्वक निर्वाह करना जरूरी रहेगा। यदि आप ऐसा करते हैं तो बृहस्पति की सप्तम दृष्टि शायद आपकी मेहनत के परिणाम आपको दे सके और आप संतोषप्रद परिणाम प्राप्त कर सकें। व्यापार व्यवसाय के दृष्टिकोण से भी इस महीने को बहुत अच्छा नहीं कहा जाएगा। हालांकि 23 नवंबर तक बुध ग्रह आपके आठवें भाव में रहेगा और बुध का आठवें भाव में होना सामान्य तौर पर अच्छा माना गया है लेकिन निवेश आदि के दृष्टिकोण से हम इसे अच्छा नहीं कहेंगे। अतः व्यापार व्यवसाय में पहले से चल रहे कामों को ही मेंटेन करके आप कुछ अच्छे लाभ कमा सकते हैं। नए सिरे से किसी काम की शुरुआत या निवेश आदि उचित नहीं रहेगी। नौकरीपेशा लोगों को भी इस महीने औसत परिणाम मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं। सहकर्मियों के साथ विवाद या लड़ाई न होने पाए इस बात के लिए लगातार कोशिश जरूरी रहेगी।
प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: नवंबर के महीने के लिए यदि आपके प्रेम संबंध की बात की जाए तो इस महीने आपके पंचम भाव के स्वामी सूर्य 16 नवंबर तक नीच अवस्था में रहेंगे, यह अनुकूल स्थिति नहीं है। वहीं 16 नवंबर के बाद सूर्य आठवें भाव में रहेंगे, यह भी अनुकूल स्थिति नहीं है। पंचम भाव में केतु का गोचर भी अनुकूल परिणाम देने वाला नहीं है। वहीं प्रेम संबंध के कारक ग्रह शुक्र इस महीने या तो कमज़ोर स्थिति में रहेंगे या फिर औसत स्थिति में रहेंगे। अतः प्रेम संबंध में सामंजस्य तभी रह सकेगा जब आप सावधानी पूर्वक निर्वाह करेंगे। एक दूसरे पर संदेह करने से बचना है, छोटी-छोटी बातों का बतंगड़ नहीं बनाना है और प्रेम संबंध में मर्यादा भी रखनी है। ऐसा करने की स्थिति में परिणाम बेहतर रह सकते हैं। वहीं विवाह आदि से संबंधित बातों को आगे बढ़ाने के लिए महीना ज्यादा सपोर्ट नहीं कर रहा है। अत: इस अवधि में बेकार के प्रयास करना या अपनी ऊर्जा को व्यर्थ करना उचित नहीं रहेगा। दांपत्य संबंधी मामलों की बात की जाए तो 2 नवंबर तक स्थितियां कमज़ोर रहेंगी। 2 नवंबर के बाद शुक्र अपनी राशि में पहुंचेंगे जो स्थितियों को थोड़ा सा बेहतर करेगा। हालांकि, 16 नवंबर तक नीच के सूर्य की सप्तम भाव में उपस्थिति कुछ न कुछ परेशानियां देती रहेगी लेकिन फिर भी शुक्र उन परेशानियों को मेंटेन करने का काम करेगा। यानी कि परेशानियां आएंगी तो सही लेकिन आप उन्हें सुलझाने की कोशिश करके उन्हें शांत कर सकेंगे। वहीं 16 नवंबर के बाद स्थितियां काफी हद तक नियंत्रण में आ जाएंगी; फिर भी 23 नवंबर से बुध ग्रह का सप्तम भाव में पहुंचकर बेकार की कहासुनी करवाने का काम कर सकता है। कहने का तात्पर्य है कि प्रेम संबंध के मामले में महीना कुछ कमज़ोर है। वहीं विवाह आदि की बातों को आगे बढ़ाने के लिए महीने से सपोर्ट मिलता हुआ प्रतीत नहीं हो रहा है जबकि दांपत्य जीवन में मिले-जुले परिणाम मिल सकते हैं।
सलाह: बड़े बुजुर्गों का सम्मान करते रहें और उनका आशीर्वाद लेते रहें।
मंदिर में गुड़ और चने की दाल का दान करें।
इस महीने नमक कम खाएं और संभव हो तो रविवार के दिन नमक बिल्कुल न खाएं।
सामान्य:
नवंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, नवंबर 2025 का महीना सामान्य तौर पर आपके लिए मिले-जुले या फिर औसत लेवल के परिणाम दे सकता है। सूर्य का गोचर 16 नवंबर तक आपके सप्तम भाव में रहेगा, नीच अवस्था में रहेगा अर्थात अनुकूल परिणाम नहीं दे पाएगा। वहीं 16 नवंबर के बाद सूर्य आठवें भाव में रहेगा। यहां से भी सूर्य अनुकूलता देने में असमर्थ रहेगा। मंगल पूरे महीने वृश्चिक राशि में आठवें भाव में रहने वाला है। एक ओर जहां मंगल का अपनी राशि में होना अच्छी बात है, वही अष्टम भाव में होना कमज़ोर बात है। अतः मंगल से सामान्य तौर पर अनुकूलता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। यद्यपि कभी कभार अप्रत्याशित रूप से कुछ अच्छे परिणाम मंगल दे सकता है लेकिन सामान्य तौर पर उसे हम अनुकूलता की श्रेणी में नहीं रख पाएंगे। बुध ग्रह का गोचर 23 नवंबर तक आपके आठवें भाव में रहेगा इसके बाद वक्री अवस्था में बुध ग्रह आपके सप्तम भाव में पहुंच जाएंगे। यानी कि ज्यादातर समय बुध ग्रह अपने स्तर पर आपके लिए अनुकूल परिणाम देना चाहेंगे। कुल मिलाकर हम बुध ग्रह से औसत से कुछ हद तक बेहतर परिणामों की उम्मीद रख सकते हैं। बृहस्पति का गोचर पूरे महीने कर्क राशि में रहेगा। अर्थात आपके चौथे भाव में रहेगा। साथ ही साथ अपने ही नक्षत्र में रहेगा लेकिन 11 नवंबर से बृहस्पति ग्रह वक्री हो जाएंगे। इस तरह से बृहस्पति से औसत परिणामों की उम्मीद रखनी चाहिए। शुक्र ग्रह 2 नवंबर तक कन्या राशि में रहेगा अर्थात कमज़ोर परिणाम देगा। वहीं 02 नवंबर से 26 नवंबर के बीच सप्तम भाव में होने के कारण कमज़ोर, तो अपनी राशि में होने के कारण अनुकूल कहा जाएगा। ऐसे में 2 नवंबर से 26 नवंबर के बीच शुक्र आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है। आगे भी शुक्र से मिले जुड़े परिणामों की ही उम्मीद रखनी चाहिए। अर्थात महीने के ज्यादातर समय शुक्र आपको मिले-जुले परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। शनि ग्रह मीन राशि में गुरु के नक्षत्र में रहेगा। साथ ही साथ 28 नवंबर तक वक्री रहेगा, इसके बाद मार्गी हो जाएगा। सामान्य तौर पर हमें शनि से भी अनुकूलता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। वहीं राहु का गोचर कुंभ राशि में रहेगा और 24 नवंबर तक गुरु के नक्षत्र में रहेगा। अतः राहु से काफी हद तक अनुकूल परिणामों की उम्मीद रखी जा सकती है। जबकि केतु से इस महीने अनुकूलता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। इस तरह से हम पाते हैं कि नवंबर 2025 का महीना आपको मिले-जुले या औसत परिणाम दे सकता है।
वित्त: नवंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, आर्थिक मामलों के लिए इस महीने आपके लाभ भाव के स्वामी की स्थिति अधिक अनुकूल नहीं है। हालांकि आपके लाभ भाव का स्वामी शनि व्यय भाव में रहेगा और 28 नवंबर तक वक्री रहेगा लेकिन गुरु के नक्षत्र में रहेगा और गुरु के द्वारा देखा भी जाएगा। ऐसी स्थिति में आपकी मेहनत के परिणाम का कुछ प्रतिशत आपको मिलता रहेगा। विशेषकर ऐसे लोग जिनका काम कमीशन इत्यादि का है, उन्हें इस महीने अधिक कमीशन नहीं मिल सकेगा। व्यापार व्यवसाय में भी कम फायदा मिलेगा अथवा यदि फायदा मिलेगा तो उससे मिलने वाला धन शायद अभी आपको न मिल सके लेकिन नौकरीपेशा लोग थोड़ी देर से ही सही अपनी पूरी तनख्वाह ले सकेंगे। वहीं धन भाव के स्वामी शुक्र की स्थिति भी इस महीने या तो कमज़ोर है या फिर काफी समय के लिए औसत है। अतः बचत के मामले में शुक्र से मिले-जुले परिणाम मिल सकते हैं। शनि की तीसरी दृष्टि धन भाव पर है या एक कमज़ोर बिंदु है। कहने का मतलब यह है कि बचत के दृष्टिकोण से भी महीना बहुत अनुकूल नहीं है। धन का कारक बृहस्पति औसत परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। कुल मिलाकर देखा जाए तो आर्थिक मामले में इस महीने मिले-जुले या फिर कभी-कभी औसत से थोड़े से कमज़ोर परिणाम मिल सकते हैं।
पारिवारिक: नवंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, पारिवारिक मामलों में नवंबर के महीने में सामान्य तौर पर आपको थोड़े से कमज़ोर परिणाम मिल सकते हैं। इस महीने आपके दूसरे भाव का स्वामी शुक्र 2 नवंबर तक कमज़ोर स्थिति में है। वहीं 2 नवंबर से 26 नवंबर तक औसत स्थिति में है। बाद में भी शुक्र औसत ही रहेगा लेकिन दूसरे भाव पर शनि मंगल दोनों का संयुक्त प्रभाव अच्छा नहीं माना जाएगा। यही कारण है कि पारिवारिक सदस्यों के बीच कुछ असामंजस्य देखने को मिल सकता है। एक दूसरे से कहा सुनी का लेवल बढ़ सकता है। बेहतर होगा इस समय एक दूसरे से कम से कम बात की जाए और जब भी बात करें बड़े संतुलित शब्दों में एक दूसरे की मर्यादा का ख्याल रखते हुए बातचीत की जाए। भाई बंधुओं के साथ संबंध भी इस महीने औसत या औसत से कुछ कमज़ोर ही रह सकते हैं। अत: भाई बंधुओं के साथ भी यथा संभव अपने तालमेल को बेहतर रखने की कोशिश जरूरी रहेगी। घर गृहस्थी से सम्बंधित मामलों में तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। क्योंकि चतुर्थ भाव में बृहस्पति की उपस्थिति इस बात का संकेत कर रही है कि कुछ परेशानियां आएंगी तो सही लेकिन बृहस्पति उन्हें ठीक भी कर देगा। अर्थात परेशानियों को आप समझदारी पूर्वक दूर भी कर सकेंगे।