स्वास्थ्य: यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से उतार-चढ़ाव से भरा रहने की प्रबल संभावना दिखाई दे रही है। इस पूरे महीने आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, अष्टम भाव में शुक्र महाराज लगभग पूरे महीने यानी कि 29 तारीख तक विराजमान रहकर स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। राहु महाराज छठे भाव में रहेंगे जिससे शारीरिक समस्याएं आती जाती रहेंगी, लेकिन द्वादश भाव में केतु महाराज पूरे महीने विराजमान रहकर आपकी शारीरिक समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। आपको किसी प्रकार की चोट लगने, संक्रमण होने, आंखों में समस्या होने या बुखार, सिर दर्द या पेट दर्द जैसी समस्याएं पूरे महीने परेशान कर सकती हैं। 7 तारीख से मंगल महाराज द्वादश भाव में केतु के साथ मिलकर अंगारक दोष बनाएंगे, यह आपके स्वास्थ्य के लिए कहीं से भी अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। इससे आपको वाहन दुर्घटना की संभावना बन सकती है। आपको शल्य चिकित्सा का सामना करना पड़ सकता है और मानसिक तनाव बढ़ने के योग भी बनेंगे इसलिए इस पूरे महीने आपको अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति सावधानी रखनी चाहिए। आपके प्रथम भाव के स्वामी, जो आपके दशमेश भी हैं, बुध महाराज महीने की शुरुआत में नवम भाव में और 6 तारीख से दशम भाव में रहकर स्वास्थ्य को अच्छा बनाने का प्रयास करेंगे। 22 तारीख से वह आपके एकादश भाव में जाकर स्वास्थ्य में सुधार लाने का प्रयास करेंगे, लेकिन आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति स्वयं चिंतित होना चाहिए और उसका ध्यान रखना चाहिए।
कैरियर: करियर के दृष्टिकोण से, यह महीना अनुकूल रहने की संभावना बन रही है। दशम भाव में पूरे महीने बृहस्पति महाराज विराजमान रहेंगे जो आपकी प्रतिभा को और आपके अनुभव को निखारेंगे। आप अपने कर्तव्य को समझकर नौकरी में अपना सर्वस्व लगाने का प्रयास करेंगे। दशम भाव के स्वामी बुध महाराज महीने की शुरुआत में नवम भाव में सूर्य देव के साथ बुधादित्य योग बनाएंगे जिससे आपको मनचाहा तबादला मिलने के योग बन सकते हैं। 6 तारीख से वह आपके दशम भाव में बृहस्पति महाराज के साथ प्रवेश करेंगे। इस दौरान आपको अपने ज्ञान और अपनी बुद्धि का सही और अधिक से अधिक इस्तेमाल करने का मौका मिलेगा जिससे कार्यक्षेत्र में आपकी अलग पहचान बनेगी। 22 तारीख से बुध महाराज एकादश भाव में प्रवेश करेंगे जिससे वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग आपको मिलना शुरू हो जाएगा। छठे भाव के स्वामी शनि महाराज पूरे महीने दशम भाव में विराजमान रहेंगे और छठे भाव में राहु महाराज की उपस्थिति रहेगी जिससे आपको अपने विरोधियों की चिंता नहीं सताएगी और वह आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे। सप्तम भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज दशम भाव में रहेंगे और सप्तम भाव में शनि महाराज रहेंगे। ये स्थितियां व्यापार के लिए भी आदर्श हो सकती हैं। दीर्घकालीन व्यावसायिक योजनाएं सफल होंगी और आपको व्यापार में उन्नति मिलने के योग बनेंगे।
प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं, तो महीने की शुरुआत थोड़ी परेशानी भरी रहेगी। पंचम भाव पर मंगल महाराज की एकादश भाव से दृष्टि प्रेम संबंधों में तनाव पैदा कर सकती है, लेकिन 7 तारीख से मंगल महाराज द्वादश भाव में चले जाएंगे, तब आपके रिश्तों में प्रेम बढ़ेगा। आप एक-दूसरे को बराबर समय दे पाएंगे, लेकिन इस दौरान आपके प्रियतम को स्वास्थ्य समस्याएं घेर सकती हैं और उनका स्वास्थ्य पीड़ित हो सकता है इसलिए आपको उनके स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए और आवश्यक होने पर उनकी मदद करनी चाहिए। 22 तारीख से बुध महाराज एकादश भाव में आकर पंचम भाव को देखेंगे जिससे प्रेम संबंधों को एक बार नई संजीवनी फिर से मिलेगी। रिश्ते में नयापन आएगा और आप एक-दूसरे को बराबर समय देंगे। यह रिश्तों में सुधार का समय होगा। इस प्रकार प्रेम जीवन के लिए महीने का उत्तरार्ध अधिक अनुकूल रहने की संभावना है। सप्तम भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज दशम भाव में पूरे महीने रहेंगे और शनि महाराज जो आपके पंचम और षष्ठ भाव के स्वामी हैं, वह आपके सप्तम भाव में रहेंगे जिससे एक तरफ तो आपके रिश्ते में प्रेम, सम्मान और अपनत्व बढ़ेगा, वहीं बीच-बीच में कुछ कहासुनी होने के योग भी बनेंगे। किसी की कही हुई बातें परिवार का माहौल बिगाड़ सकती हैं इसलिए किसी की बातों को तवज्जो न दें और अपने रिश्ते का ध्यान रखें। जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, 7 तारीख से मंगल केतु के साथ द्वादश भाव में बैठकर वैवाहिक संबंधों में तनाव दे सकते हैं इसलिए थोड़ी सी सावधानी रखें ताकि हर रिश्ता चारों तरफ से चलता रहे।
सलाह:
आपको उत्तम गुणवत्ता का पन्ना रत्न शुक्ल पक्ष के बुधवार के दिन अपनी कनिष्ठिका अंगुली में धारण करना चाहिए।
आपको निरंतर गौ माता की सेवा करनी चाहिए और उनको हरा पालक अथवा हरा चारा खिलाना चाहिए।
आपको राह के कुत्तों को भोजन देना चाहिए।
आपको शुक्रवार के दिन माता महालक्ष्मी की पूजा लाल पुष्पों से करनी चाहिए।
सामान्य: जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, कन्या राशि में जन्मे जातकों के लिए यह महीना मध्यम रूप से अनुकूल रहने की संभावना है। आपकी राशि के स्वामी बुध महाराज महीने की शुरुआत में भाग्य स्थान में रहकर आपके भाग्य की वृद्धि करेंगे और आपके कार्यों में सफलता प्रदान करेंगे। 6 तारीख से आपके दशम भाव में आकर आपको कार्यक्षेत्र में उत्तम सफलता प्रदान करेंगे और नौकरी में आपकी स्थिति अच्छी होगी। 22 तारीख से वह आपके एकादश भाव में जाकर आपकी आमदनी को बढ़ाएंगे। पूरे महीने केतु महाराज द्वादश भाव में रहेंगे और 7 तारीख से मंगल महाराज भी द्वादश में आ जाएंगे जिससे स्वास्थ्य समस्याओं में बढ़ोतरी होने के योग बनेंगे। मंगल-केतु का अंगारक योग स्वास्थ्य बिगाड़ सकता है। किसी प्रकार की शल्य क्रिया से आपको गुजरना पड़ सकता है। इसके अतिरिक्त, किसी प्रकार की चोट लगने की संभावना भी बन सकती है। इसके साथ ही मंगल और केतु के द्वादश भाव में होने से आपके खर्चों में भी बढ़ोतरी होने के प्रबल योग बनेंगे इसलिए आपको अपनी आमदनी पर ध्यान देना होगा। हालांकि, आमदनी मध्यम रहेगी इसलिए ज्यादा आवश्यकता होगी कि आप अपने खर्चों को संभालें। वैवाहिक संबंध मधुर रहेंगे। जीवनसाथी यदि कामकाजी हैं तो और भी अच्छे संबंध बने रहेंगे। प्रेम संबंधों में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। महीने का उत्तरार्ध अनुकूल रहेगा। विद्यार्थियों को कड़ी परीक्षा से गुजरना पड़ेगा। कठिन चुनौतियां आएंगी। पारिवारिक जीवन काफी हद तक अनुकूल रह सकता है। लेकिन, विदेश गमन के लिए यह महीना अनुकूल नहीं कहा जा सकता है।
वित्त: यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए, तो महीने की शुरुआत में मंगल महाराज एकादश भाव में बैठकर आपकी आमदनी को बढ़ाएंगे। द्वादश भाव में उपस्थित केतु महाराज पूरे महीने आपके खर्च लगातार बनाए रखेंगे जो कि अप्रत्याशित रूप से होंगे। आपको पता भी नहीं चलेगा कि खर्च कैसे हो गए, लेकिन आप चाहें या न चाहें, आपको खर्च करने पड़ेंगे। इससे आपके ऊपर आर्थिक दबाव बढ़ेगा। हालांकि, नवम भाव में महीने की शुरुआत में सूर्य और बुध आपकी मदद करेंगे और आपकी स्थिति को सुदृढ़ बनाएंगे। अष्टम भाव में उपस्थित शुक्र आपके खर्च भी बढ़ाएंगे, लेकिन आमदनी का रास्ता भी कहीं न कहीं से निकाल ही देंगे। 22 तारीख से बुध महाराज आपके एकादश भाव में प्रवेश करेंगे, तब तक मंगल महाराज द्वादश भाव में चले गए होंगे। इस प्रकार, एक तरफ मंगल केतु द्वादश भाव में शारीरिक समस्याओं और अन्य कार्यों पर धन खर्च कराएंगे, तो बुध महाराज आपकी आमदनी को बढ़ाने का काम करेंगे। इस प्रकार, इस पूरे महीने ग्रहों के गोचर और ग्रहों की चाल के परिणामस्वरूप एक तरफ तो आपके खर्च बढ़ते चले जाएंगे और दूसरी तरफ से आपकी आमदनी में भी लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे इसलिए आपको इस पूरे महीने अपने धन संचय की प्रवृत्ति को बढ़ाना चाहिए। दशम भाव में बैठे बृहस्पति महाराज दूसरे भाव को भी देखेंगे जो धन संचित करने में आपकी मदद कर सकते हैं। किसी अनुभवी की सलाह लेकर धन संचय करने की योजनाओं में धन निवेश करने से आपको लाभ होगा।
पारिवारिक: यह महीना पारिवारिक जीवन के लिए औसत से बेहतर रहने की संभावना है। चतुर्थ भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज पूरे महीने दशम भाव में बैठकर चतुर्थ भाव को देखेंगे जो पारिवारिक संबंधों में प्रेम बढ़ाएंगे क्योंकि उनकी दृष्टि आपके दूसरे भाव और चौथे भाव पर होगी। इससे आपके पारिवारिक संबंध प्रगाढ़ होंगे और आपको अपने परिवार के लोगों का सहयोग और सानिध्य मिलता रहेगा। आपके रिश्तों में अपनत्व बढ़ेगा और पारिवारिक सामंजस्य बेहतर रहेगा। महीने की शुरुआत में मंगल महाराज की दृष्टि दूसरे भाव पर होगी जिससे शुरुआत में क्लेश की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, लेकिन 7 तारीख से मंगल महाराज द्वादश भाव में चले जाएंगे। इससे जो समस्याएं चली आ रही हैं, वे भी कम हो जाएंगी और आपको आपकी मेहनत से परिवार की परिस्थितियों को संभालने का मौका मिलेगा। आपके परिवार का कोई युवा सदस्य विदेश यात्रा कर सकता है। भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा। हालांकि, आपको उनके लिए कुछ पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। वह आप खुशी से करेंगे। दूसरे और नौवें भाव के स्वामी शुक्र महाराज 29 तारीख को नवम भाव में प्रवेश करेंगे जो पारिवारिक संबंधों में प्रेम को बढ़ाएंगे। महीने का पूर्वाद्ध पारिवारिक सदस्यों को और निकट आने का मौका देगा।